हिमाचल के बागवानों की आय दोगुना करेगा बागवानी प्रोजेक्ट, पढ़ें पूरा मामला

प्रदेश के सात जिलों में बागवानी का पायलट प्रोजेक्ट चलाया जाएगा।  प्रदेश सरकार 70 करोड़ से बागवानी विकास के लिए पायलट प्रोजेक्ट में काम करेगी ताकि बागवानों को आधुनिक तकनीक देने के साथ सिंचाई व्यवस्था भी दी जा सके।  प्रदेश सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के लिए कुल सात क्लस्टर बनाए हैं। ये क्लस्टर कांगड़ा, मंडी, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर में बनाए हैं।


इस प्रोजेक्ट से प्रदेश के बागवानों की आय दोगुना भी की जानी है। इन सातों जिलों के पंचायतों के समूहों को मिलाकर क्लस्टर बनाए गए हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तहत बागवानों को मैदानी इलाकों में पैदा होने वाले उन्नत किस्म के फलदार पौधे उपलब्ध कराए जाने हैं। इसके अलावा बागवानों को आधुनिक बागवानी उपकरण और अन्य सामग्री भी दी जानी है। इसके अतिरिक्त बगीचों में सिंचाई सुविधा भी उपलब्ध की जानी है। बागवानी और जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के सात जिलों में सत्तर करोड़ की वित्तीय मदद से बागवानी विकास प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है।

यह पायलट प्रोजेक्ट कांगड़ा, मंडी, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर जिलों में चलेगा। इन सातों जिलों में पंचायतों के 17 क्लस्टर बनाकर प्रोजेक्ट का काम किया जाना है। इस प्रोजेक्ट से जिलों में बागवानी विकास करने के साथ भी बागवानों को आधुनिक बागवानी तकनीक और विदेशों से आयातित उन्नत किस्म के फलदार पौधे भी उपलब्ध किए जाने हैं। यह प्रोजेक्ट बागवानों की आय दोगुना करने में भी मददगार साबित होगा।